The Ghat of the Only World
Short Answer Type Questions
Q.1 . How did Amitav Ghosh know Shahid before meeting each other ?
एक - दूसरे से मिलने से पहले अमिताव घोष शाहिद को किस प्रकार जानता था ?
Ans . Amitav Ghosh studied ( read ) Shahid's great works , ' The Country . Without a Past Office a 1997 colletion of poems . He was very impressed with it . He quoted from it in an article about Kashmir . . •
अमिताव घोष ने शाहिद की महान् रचना ' द कंट्री विदआउट अ पोस्ट ऑफिस 1997 की कविताओं के संग्रह का अध्ययन किया । वह इससे बहुत प्रभावित हुआ । उसने कश्मीर के बारे में एक लेख में इसका हवाला दिया ।
Q.2 . How did the writer come to know of Shahid's approaching death ?
लेखक को शाहिद की निकट आती हुई मृत्यु के बारे में कैसे पता चला ?
Ans . The writer came to know of Shahid's approaching death on 25 April 2001 while talking to Shahid over phone . When Shahid was turning the pages of his engagement book , suddenly he remarked that he could not see anything . He added that he hoped that it did not mean that he was dying .
लेखक को 25 अप्रैल 2001 को शाहिद से फोन पर बात करते समय उसकी ( शाहिद की ) निकट आती हुई मृत्यु के बारे में पता चला । जब शाहिद अपनी सगाई की किताब के पन्ने पलट रहा था , अचानक वह बोला कि उसे कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा , उसने आगे कहा कि उसे आशा है कि इसका अर्थ ये नहीं है कि वह मरने • जा रहा है ।
Q.3 . Where did Amitav Ghosh and Shahid become friends ?
अमिताव घोष और शाहिद कब और कहाँ मित्र बने ?
Ans . Amitav and Shahid met in Brooklyn , America and became friends . The house of Amitav was few blocks for from that of Shahid . They often had meals together . In those days Shahid's condition was serious . But it did not affect their friendship .
मकान से अमिताव और शाहिद ब्रुकलीन , अमेरिका में मिले और मित्र बन गये । अमिताव का मकान शाहिद के मकान से कुछ ब्लॉक्स दूर था । वे अक्सर साथ खाना खाते थे । उन दिनों शाहिद की दशा गंभीर थी । किन्तु इसने कुछ उनकी मित्रता को प्रभावित नहीं किया ।
Q.4 . How does the writer praise Shahid's gregariousness ?
लेखक शाहिद की मिलनसारी की कैसे प्रशंसा करता है ?
Ans . Shahid was a sociable person . His gregariousness had no limit . There was never an evening when there was not a party in his living room . He loved people to come to him . Many people like poets , writers , students and relatives were always welcomed there .
शाहिद एक मिलनसार व्यक्ति था । उसकी मिलनसारी की कोई सीमा नहीं थी । ऐसी कोई शाम नहीं थी जब उसके ड्राइंग रूम में कोई पार्टी न हुई हो । उसे उसके पास लोगों का आना पसंद था । बहुत से लोग जैसे कवि , लेखक , छात्र और रिश्तेदारों का वहाँ सदैव स्वागत था ।
Q.5 . How did Shahid respond to the steady deterioration of the political situation in Kashmir ?
कश्मीर में राजनीतिक हालात के लगातार बिगड़ने पर शाहिद की क्या प्रतिक्रिया थी ?
Ans . The steady deterioration of the political situation in Kashmir had a powerful effect on Shahid . In time this issue became one of the central subjects of his work . Shahid was not a political poet yet composed his finest creation in writing of Kashmir .
कश्मीर में राजनीति के लगातार बिगड़ते हालात ने शाहिद पर गहरा प्रभाव डाला । समय आने पर यह मुद्दा उसके काम का केन्द्रीय विषय बन गया । उसने कश्मीर के लेखन में अपनी बेहतरीन रचना की ।
Q.6 . What was Shahid's outlook on politices and religion ?
राजनीति और धर्म पर शाहिद का क्या दृष्टिकोण था ?
Ans . Shahid believed in religion but he was not fanatic . He believed that politics and religion are separate things . His outlook inclusive and universal . He learnt it in his family .
शाहिद धर्म में विश्वास रखता था किन्तु वह कट्टर नहीं था । उसे विश्वास था कि राजनीति और धर्म अलग - अलग होते हैं । उसका दृष्टिकोण समावेशी और सार्वभौमिक था । उसने यह अपने परिवार में सीखा ।
Q.7 . What helped Shahid to meet his end। peacefully ?
शाहिद को शान्तिपूर्वक मरने में किसका सहारा लिया ?
Ans . Shahid was aware of his approaching end . He accepted this situation peacefully . There was not any sign of anguish on his face . The love of his family and friends supported him . He was calm and contented . He believed that he would meet his mother in after - life . This was his supreme consolation . He died peacefully in his sleep .
शाहिद अपने निकट आती हुई मृत्यु से अवगत था । उसने इस स्थिति को शान्तिपूर्वक स्वीकार कर लिया था । उसके चेहरे पर परेशानी का कोई चिन्ह नहीं था । उसके परिवार और मित्रों के प्रेम ने उसे सहारा दिया । वह शान्त और सन्तुष्ट था । उसे विश्वास था कि मरणोपरान्त जीवन में वह अपनी माता से मिलेगा । यह उसके लिये सबसे बड़ी सांत्वना थी । नींद में शान्तिपूर्वक उसकी मृत्यु हो गयी ।
Q.8 . Where did Shahid want to die ? Was his last wish fulfilled ?
शाहिद कहाँ मरना चाहता था ? क्या उसकी अन्तिम इच्छा पूरी हुई ?
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