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उत्पादन लागत

 उत्पादन लागत के अन्तर्गत वे सभी व्यय सम्मिलित किए जाते हैं 

जो किसी उत्पादक या फर्म द्वारा वस्तु के उत्पादन व्यय के रूप में उठाए जाते हैं । 

                                   अथवा

 "उत्पादन लागत में वे सभी भुगतान सम्मिलित हैं जो कि दूसरे को उनकी वस्तुओं एवं सेवाओं के

 उपयोग के बदले में दिए जाते हैं । इसमें मूल्य ह्रास तथा अप्रचलन जैसी मदें भी सम्मिलित रहती हैं । 

इसके अतिरिक्त , इसमें उत्पादक द्वारा प्रदान की गई सेवाओं के लिए अनुमानित मजदूरी तथा

 उसके द्वारा प्रदान की गई भूमि और पूँजी का पुरस्कार भी सम्मिलित है।


उत्पादन लागत = भूमि का लगान + कच्चे माल की कीमत +

   मजदूरों की मजदूरी + पूंजी का ब्याज + संगठनों का वेतन +

 उद्यमी का सामान्य लाभ



          - 1. मौद्रिक लागत ( Money Cost ) – सामान्यतः मौद्रिक लागतों के अन्तर्गत वे लागतें आती हैं , जिन्हें कोई उत्पादक उत्पत्ति के साधनों के प्रयोग के लिए मुद्रा के रूप में व्यय करता है । दूसरे शब्दों में , यदि उत्पत्ति के समस्त साधनों के मूल्य को मुद्रा में व्यक्त किया जाए तो उत्पादक इन उत्पत्ति के साधनों की सेवाओं को प्राप्त करने में जितना कुल व्यय करता है , वह मौद्रिक लागत कहलाती है ।




            

वास्तविक लागत

किसी वस्तु के उत्पादन में जो कष्ट, त्याग, तथा कठिनाईयां उठानी 

पड़ती हैं, उन सभी के योग को उत्पादन की वास्तविक लागत कहते हैं।
                       अवसर लगतें
मुद्रा की वह मात्रा जो साधन की कोई इकाई अपने सर्वश्रेष्ठ 

वैकल्पिक प्रयोग में प्राप्त कर सकती है।

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