PROBLEM OF UNEMPLOYMENT IN INDIA
Introduction-India has been facing so many problems since independence. Problem of unemployment is one of them, All the governments of free India have been claiming to solve it. But none could do it till yet. In fact it has been becoming more and more serious day-by day, Problem of unemployment means the lack of work, The number of educated and uneducated young men has been increasing day-by-day. But the quantum of work and number of posts have been decreasing. So most of the people remain without work. Thus the problem of unemployment is created. There may be many causes of unemployment. Some main causes are as follows :
प्रस्तावना-भारत आजादी के बाद से कई समस्याओं का सामना कर रहा है। बेरोजगारी की समस्या उनमें से एक है, मुक्त भारत की सभी सरकारें इसे हल करने का दावा करती रही हैं। लेकिन अब तक कोई नहीं कर सका। वास्तव में यह दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है, बेरोजगारी की समस्या का अर्थ काम की कमी है, शिक्षित और अशिक्षित युवाओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। लेकिन काम की मात्रा और पदों की संख्या कम हो रही है। इसलिए ज्यादातर लोग बिना काम के रहते हैं। इस प्रकार बेरोजगारी की समस्या पैदा होती है। बेरोजगारी के कई कारण हो सकते हैं। कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
1. Over Population: The land, other manual work and number of posts in various departments are limited. But the number of manual workers and educated people is unlimited, So few of them get work or job and others remain empty handed. Thus they create the problem of unemployment.
1.अधिक जनसंख्या: विभिन्न विभागों में भूमि, अन्य मैनुअल काम और पदों की संख्या सीमित है। लेकिन मैनुअल श्रमिकों और शिक्षित लोगों की संख्या असीमित है, इसलिए उनमें से कुछ को काम या नौकरी मिलती है और अन्य खाली हाथ रहते हैं। इस प्रकार वे बेरोजगारी की समस्या पैदा करते हैं।
2. Defective System of Education: Our education is not job oriented. There is lack of technical education. The students get only theoretical knowledge to have degree and diplomas, But they are disappointed when they do not get any job.
2. शिक्षा की दोषपूर्ण प्रणाली: हमारी शिक्षा नौकरी उन्मुख नहीं है। तकनीकी शिक्षा का अभाव है। छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा करने के लिए केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त होता है, लेकिन जब उन्हें कोई नौकरी नहीं मिलती है तो वे निराश हो जाते हैं।
3. Mechanisation : Now we have machines almost in every field, rather automatic machines. One machine does the work of several employees. Thus most of the man power gets no work. In the same way computers and other such machines have created problem of unemployment among educated masses. The result of unemployment is unrest, strikes, agitations, demonstrations, corruption, murders, chain snatching, robbery, kidnapping, etc.
3. मशीनीकरण: अब हमारे पास लगभग हर क्षेत्र में मशीनें हैं, बल्कि स्वचालित मशीनें हैं। एक मशीन कई कर्मचारियों का काम करती है। इस प्रकार अधिकांश मैन पॉवर को कोई काम नहीं मिलता है। उसी तरह कंप्यूटर और ऐसी अन्य मशीनों ने शिक्षित जनता के बीच बेरोजगारी की समस्या पैदा की है। बेरोजगारी का परिणाम अशांति, हड़ताल, आंदोलन, प्रदर्शन, भ्रष्टाचार, हत्याएं, चेन स्नैचिंग, डकैती, अपहरण आदि हैं।
Comments
Post a Comment