Long Answer Type Questions
Q.1 . Draw a character - sketch of the narrator in " We're Not Afraid To Die ' . ( ' We're Not Afraid To Die ' में कहानीकार का चरित्र - चित्रण कीजिए । )
Ans . Character Sketch of the Narrator : In the chapter , ' We're Not Afraid To Die ... if We Can All Be Together ' , the narrator is the protagonist of the story . He is a man of extraordinary courage . He plans and does those things , which are either left by others assuming impossible or which are never challenged , never revealed . The journey which he started , was full of danger. There was no surety of the return . But with full dedication , firm belief and strong will power , it could possible .During the voyage , many times , he faced fatal attacks , and ordinary person could surrender . But he won . He was a good leader also as he commanded the whole situation in a perfect way , he motivated everybody during those unfavourable conditions . Thus , the narrator was a man of unmatchable character , a positive minded , unfearful and different personality .
(पाठ ' Were Not Afraid To Die ... if We Can All Be Together में कहानीकार ही कहानी का मुख्य पात्र है । वह असाधारण साहस का व्यक्ति है । वह योजना बनाता है और कार्य करता है , उन पर जो या तो दूसरों के द्वारा असम्भव मानकर छोड़ दिए गए हैं या फिर जिन्हें कभी चुनौती ही नहीं दी गयी , कभी उजागर नहीं किए गए । यात्रा , जो उसने प्रारम्भ की थी , पूरी तरह खतरों से भरी हुई थी । वापस लौटने की कोई निश्चितता नहीं थी । परन्तु पूर्ण समर्पण के साथ , दृढ़ विश्वास व मजबूत इच्छा - शक्ति के साथ ,यह सम्भव हो सका । समुद्री यात्रा के दौरान , अनेक बार , उसने घातक हमले झेले ; एक साधारण व्यक्ति हथियार डाल सकता था । परन्तु उसने विजय प्राप्त की । वह एक अच्छा नेतृत्वकर्ता भी था जैसे कि उसने सम्पूर्ण परिस्थिति को सुचारु रूप से सँभाला , उसने उन असंगत हालातों में सभी को प्रेरित किया । इस प्रकार , कहानीकार एक अद्वितीय चरित्र , सकारात्मक सोच , निडर और भिन्न व्यक्तित्व वाला मनुष्य था । )
Q.2 . Describe the journey covered by the narrator before January 2 . ( 2 जनवरी से पहले कहानीकार द्वारा तय की गयी यात्रा का वर्णन कीजिए । )
Ans . Before January 2 , the narrator covered first leg of his planned three year , 105,000 kilometre journey . Then , they headed towards east with two crewmen American Larry Vigil and Swiss Herb Seigler . They began to encounter strong gales for the next few weeks , 15 metres waves are alarming . Till December 25 , they had reached 3500 kilometres east of Cape Town . After it they celebrated Christmas . New year's Day , 1st January was not a relaxed day . There came no difference in the weather before 2nd January . It was atrocious . They hoped for a change in weather , hope fulfilled ; it changed but for the worse .
( दो जनवरी से पहले , कहानीकार ने अपने योजनाबद्ध तीन वर्षीय 105,000 किलोमीटर की यात्रा का पहला चरण पूरा कर लिया था । उसके बाद वे पूर्व की तरफ दो जहाज कर्मियों अमेरिकी लैरी विजिल और स्विस हर्ब सिजलर के साथ आगे बढ़े । अगले कुछ सप्ताहों के लिए उन्होंने जबरदस्त हवा के झोंकों का सामना किया । 15 मीटर की लहरें खतरनाक थीं । 25 दिसम्बर तक , वे केप टाउन में 3500 किलोमीटर पूर्व तक बढ़ चुके थे । उसके उपरान्त उन्होंने क्रिसमस मनाया । नव वर्ष का दिन , एक जनवरी , आराम का दिन नहीं था । दो जनवरी से पहले मौसम में कोई बदलाव नहीं आया था । वह भयानक था । उन्होंने मौसम के बदलाव की उम्मीद की , उम्मीद पूरी हुई , वह ( मौसम ) बदला परन्तु और ज्यादा खराब । )
3. Describe the mental condition of the voyagers on Jan 4 and 5. 4 और 5 जनवरी को यात्रियों की मानसिक स्थिति का वर्णन करो ।
Ans . On Jan 4 , the water was coming into the boat and they had to pump it out at the same speed . They ate their first meal after two days . They felt some relief . But it was short lived because the sea was getting higher . On January 5 , they were again in the desperate condition .Children were full of fear . It seemed to them that they were going to die . But the author was optimistic . He told the children that they could make it . They said that they were not afraid to die if they were together . They did not lose hope and continued to fight the sea .
उत्तर - 4 जनवरी को, पानी नाव में आ रहा था और उन्हें उसी गति से पंप करना था। उन्होंने दो दिनों के बाद अपना पहला भोजन खाया। उन्हें कुछ राहत महसूस हुई। लेकिन यह अल्पकालिक था क्योंकि समुद्र ऊँचा हो रहा था। 5 जनवरी को, वे फिर से हताश हालत में थे। चिल्ड्रेन डर से भरे थे। ऐसा लग रहा था कि वे मरने जा रहे हैं। लेकिन लेखक आशावादी थे। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे इसका सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे एक साथ होते तो मरने से नहीं डरते। उन्होंने आशा नहीं खोई और समुद्र से लड़ना जारी रखा।
Que.4. Describe the changes in the narration of the events as indicated in the three sections of the text . जिस तरह से कहानी के तीन भागों में संकेत दिया गया है , घटनाओं के वर्णन में बदलाव का वर्णन करो ।
Ans . In the first section , we find a feeling of adventure . The narrator begins his sea voyage with enthusiasm along with his family . The first part of 105,000 kilometre journey passed pleasantly . In the second section , they faced the roughest sea . The weather was deteriorating fast . Their ship was damaged . Water was coming in . But all were fighting the rough sea . We find a feeling of optimism in the narration they were struggling for life . In the last section hope returned again . They landed on an island . They were cheerful once again .
उत्तर- पहले खंड में, हम रोमांच की भावना पाते हैं। कथाकार अपने परिवार के साथ उत्साह के साथ अपनी समुद्री यात्रा शुरू करता है। 105,000 किलोमीटर की यात्रा का पहला भाग सुखद रूप से गुजरा। दूसरे खंड में, उन्हें सबसे कठिन समुद्र का सामना करना पड़ा। मौसम तेजी से बिगड़ रहा था। उनका जहाज क्षतिग्रस्त हो गया था। पानी अंदर आ रहा था। लेकिन सभी खराब(भयानक) समुद्र से लड़ रहे थे। हम उस कथन में आशावाद की भावना पाते हैं जो वे जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। आखिरी खंड में आशा फिर से लौट आई। वे एक द्वीप पर उतरे। वे एक बार फिर खुश थे।
Short Answer Type Questions
Q.1 . What was alarming about the waves ? ( लहरों के सन्दर्भ में चौंकाने वाला क्या था ? )
Ans . On their second day out of Capetown , they began to encounter strong gales . And the next few weeks , gales blew continuously in the same manner but the gales didn't worry them , the size of the waves was alarming which was upto 15 meters , as high as their main mast .
( केप टाउन में दूसरे दिन बाहर आते हुए , उन्होंने तेज हवाओं के झोंकों का सामना करना शुरू किया और अगले कुछ सप्ताहों तक , झोंके लगातार , उसी ढंग से बहते रहे लेकिन झोंको ने उन्हें चिंतित नहीं किया , लहरों का आकार चिंताजनक था जोकि 15 मीटर तक ऊँचा था , उनके मुख्य मस्तूल जितना ऊँचा । )
Q.2 . What happened when a torrent collapsed with the boat ? क्या हुआ जब एक प्रचण्ड धारा नौका से टकरायी ? )
Ans . A torrent of green and white water broke over the ship , narrator's head smashed into the wheel and he flew overboard and sank below the waves . The narrator assumed that his death was approaching and he felt quite peaceful .
( एक हरे और सफेद पानी की प्रचण्ड धारा ने जहाज को तोड़ दिया , कहानीकार का सिर पहिए से जाकर टकराया और वह उछलकर तख्ते के ऊपर पहुँच गया तथा लहरों के नीचे डूब गया । कहानीकार ने मान लिया कि उसकी मृत्यु समीप है और उसने बिल्कुल शान्ति - सी महसूस की । )
Q.3 . What was floating on the deck ? ( डेक ( जहाज की छत ) पर क्या तैर रहा था ? )
Ans . The debris wash floating around cabins over the deck . Actually , everything was floating including two spare hand pumps , forestay sail , the jib , the dinghies and the main anchor . There was water and water everywhere .
( जहाज की छत पर केबिनों के चारों ओर मलबा / कचरा बह / तैर रहा था । वास्तव में , हर चीज़ तैर रही थी जिसमें दो अतिरिक्त हैण्ड पम्प , जहाज के अगले मस्तूल को सहारा देने वाली रस्सी , तिकोने पाल , डिंगी और मुख्य लंगर थे । हर जगह पानी ही पानी था । )
Q.4 . Why did the narrator decide to heaveto the ship ? (कहानीकार ने जहाज को रोकने का निर्णय क्योंकिया?)
Ans . The narrator decided to heave with the undamaged port hull facing the oncoming waves , using an improvised sea anchor of heavy nylon rope and two 22 litre plastic barrels of paraffin ; to protect the weakened starboard side . ( कमजोर स्टारबोर्ड साइड की रक्षा करने के लिए कहानीकार ने निश्चय किया कि आने वाली लहरों का सामना करने के लिए जहाज के मुख्य भाग का जो हिस्सा क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है , उसे उठाए भारी नॉयलान रस्सी और 22 लीटर पैराफीन के दो प्लास्टिक बैरल को तात्कालिक समुद्री लंगर के लिए प्रयोग करते हुए । )
Que.5. What did you notice about the difference between the way in which the adults and the children reacted when faced with danger ? आपने बड़ों और बच्चों की प्रतिक्रियाओं में क्या अन्तर देखा जब उनका आमना - सामना खतरे से हुआ ?
Ans . Both adults and children behaved almost in the same manner when they faced danger . Adult members of the ship did not lose hope . They fought the sea for their survival . They did all their possible efforts to save themselves . Finally they succeeded . The children were not afraid . They thought that they were going to die . Jon said that they were not afraid of dying if they could all be together . The children got injuries but did not mention them to their parents.
उत्तर- खतरे का सामना करने पर वयस्कों और बच्चों दोनों ने लगभग एक ही तरीके से व्यवहार किया। जहाज के वयस्क सदस्यों ने आशा नहीं खोई। उन्होंने अपने अस्तित्व के लिए समुद्र से लड़ाई लड़ी। उन्होंने खुद को बचाने के लिए अपने सभी संभव प्रयास किए। अंत में वे सफल हुए। बच्चे डरते नहीं थे। उन्हें लगा कि वे मरने जा रहे हैं। जॉन ने कहा कि अगर वे सभी एक साथ हो सकते हैं तो वे मरने से नहीं डरते। बच्चों को चोटें आईं लेकिन उनके माता-पिता ने उनका जिक्र नहीं किया।
Que.6.How does the story suggest that optimism helps to " endure the direst stress " कहानी कैसे सुझाती है कि आशावादिता " खतरनाक से खतरनाक तनाव को सहन करने में सहायता करती है ?
Ans . The story is about an adventure undertaken by a man and his family . The narrator , his wife and two children Jon and sue set out on a sea - voyage . During the journey they faced rough sea . Water flooded their ship . It got damaged . But they did not lose hope . They started to pump out the water with hand pumps and electric pump . Even children showed courage . They did not even mention their injuries to their parents . They all were optimistic . The result of their optimism was that they succeeded to land safely . Their struggle for survival won at last . Thus the story suggests that optimism helps to " endure the direst stress . उत्तर - कहानी एक आदमी और उसके परिवार द्वारा किए गए एक साहसिक कार्य के बारे में है। कथावाचक, उनकी पत्नी और दो बच्चे जॉन और सु(सुजैन) समुद्र पर यात्रा करते हैं। यात्रा के दौरान उन्हें कठिन समुद्र का सामना करना पड़ा। उनके जहाज में पानी भर गया। यह क्षतिग्रस्त हो गया। लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं खोई। उन्होंने हैंडपंप और इलेक्ट्रिक पंप से पानी निकालना शुरू किया। बच्चों ने भी साहस दिखाया। उन्होंने अपने माता-पिता को अपनी चोटों का भी उल्लेख नहीं किया। वे सभी आशावादी थे। उनकी आशावाद का परिणाम था कि वे सुरक्षित रूप से उतरने में सफल रहे। अस्तित्व के लिए उनका संघर्ष आखिरी में जीता। इस प्रकार कहानी बताती है कि आशावाद "प्रत्यक्ष(खतरनाक) तनाव" को सहने में मदद करता है।
Que.7. What lessons do we learn from such hazardous experiences when we are face to face with death ? इस प्रकार के खतरनाक अनुभवों के द्वारा हम क्या सबक सीखते हैं जब हमारा आमना - सामना मौत से होता है ?
Ans . We learn a lot when we are face to face with death . It is said that human nature is best seen in a difficult time . We should be united and should not lose hope in the time of distress . We learn that when death is before us , we realise that there is a thin boundary between life and death . These experiences show that we can delude even death if we are optimistic . The story narrates such an experience . The narrator and his family faced danger . Death was before them . But all fought together and won at last . उत्तर- हम बहुत कुछ सीखते हैं जब हम मौत के साथ आमने सामने होते हैं। यह कहा जाता है कि मानव स्वभाव सबसे मुश्किल समय में देखा जाता है। हमें एकजुट होना चाहिए और संकट के समय में उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। हम सीखते हैं कि जब मृत्यु हमारे सामने होती है, तो हम महसूस करते हैं कि जीवन और मृत्यु के बीच एक पतली सीमा है। इन अनुभवों से पता चलता है कि हम आशावादी होने पर भी मौत को झेल सकते हैं। कहानी ऐसे ही एक अनुभव को बयान करती है। कथावाचक और उसके परिवार को खतरे का सामना करना पड़ा। मौत उनके सामने थी। लेकिन सभी एक साथ लड़े और आखिर में जीत गए।
Que.8. Why do you think people undertake such adventurous expeditions in spite of the risks involved ? आपके विचार से लोग इस प्रकार के साहसिक कामों को हाथ में लेते हैं बावजूद इसके कि इनमें खतरे शामिल होते हैं ?
Ans . Man is adventure loving by nature . People climb on mountain peaks , undertake voyage around the world by sea and explore the dangerous forests . Mystery always attracts people . They want to explore the things which pose a challenge before them . Risks always thrill man . He gets a feeling of victory after he comes out of danger safely . So , they undertake such adventurous expeditions inspite of the risks involved .
उत्तर - मनुष्य स्वभाव से साहसिक कार्य करने का प्रेमी है। लोग पहाड़ की चोटियों पर चढ़ते हैं, समुद्र के रास्ते दुनिया भर में यात्रा करते हैं और खतरनाक जंगलों का पता लगाते हैं। रहस्य हमेशा लोगों को आकर्षित करता है। वे उन चीजों का पता लगाना चाहते हैं जो उनके सामने एक चुनौती है। जोखिम हमेशा मनुष्य को रोमांचित करते हैं। सुरक्षित रूप से खतरे से बाहर आने के बाद उसे जीत की भावना मिलती है। इसलिए, वे इस तरह के साहसिक अभियानों को शामिल करते हैं, जिसमें जोखिम शामिल होते हैं।
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