Short Answer Type Questions
Q.1 . Why does the king get an arch constructed over the public road ?
राजा सार्वजनिक सड़क पर एक मेहराब का निर्माण क्यों करवाता है ?
Ans . The king gets an arch over the public road so that the spectator may be benefited spiritually . The king rides down the there to enlighten the spectators
राजा सार्वजनिक सड़क पर एक मेहराब का निर्माण करवाता है जिससे कि दर्शक अध्यात्मिक रूप से उसका लाभ उठा सकें । दर्शकों को सुधारने के लिये राजा घोड़े पर सवार होकर वहाँ पहुँचता है ।
Q.2 . Why was the king annoyed as he rode , down that through fare ?
जैसे ही राजा घोड़े पर सवार होकर उस मार्ग पर पहुँचा वह नाराज क्यों हो गया ?
Ans . As the king rode down that through fare to enlighten the spectators . He saw that the arch was built too low . The king hit it by the head . His crown fell down and was lost under the arch . So he was annoyed .
राजा दर्शकों को सुधारने के लिये उस मार्ग पर पहुंचा । उसने देखा कि मेहराब बहुत नीची बनी हुई है । राजा का सिर उससे टकरा गया । उसका मुकुट नीचे गिर गया और खो गया । इसलिये वह नाराज हो गया ।
Q.3 . On what ground was the old man selected as the wisest man ?
बूढ़े व्यक्ति को किस आधार पर सबसे समझदार मानकर चुना गया ?
Ans . The old man was considered the wisest based on his old age . It was considered that hoar hair was the sign of wisdom . The old man whom the courtiers selected for advice could not walk or see . He spoke in trembling voice . He held the arch responsible for king's insult . He advised to hang the arch to death . How could a lifeless object be deprived of life by hanging it ? His advice was totally absurd .
बूढ़े आदमी को उसके बुढ़ापे के आधार पर सबसे समझदार माना गया था । यह माना गया था कि सफेद बाल समझदारी की निशानी है । जिस बूढ़े आदमी को दरबारियों ने सलाह के लिये चुना था वह चल नहीं सकता था व बोल नहीं सकता था । उसकी आवाज कंपकंपा रही थी । उसने मेहराब को राजा के अपमान का जिम्मेदार ठहराया । उसने मेहराब को मृत्युदण्ड देने की सलाह दी । मृत्युदण्ड देकर एक निर्जीव वस्तु को जीवन से कैसे वंचित किया जा सकता था ? उसकी सलाह पूरी तरह से तर्कहीन थी ।
Q.4 . Who ultimately , was held responsible in the mater of fixing the charges for insulting the crown ?
ताज के अपमान करने के आरोपों को तय करने के मामले में आखिरकार किसे जिम्मेदार ठहराया गया ?
Ans . The king was held responsible ultimately , for insulting the crown as no one except the king was so long that he could fit the noose .
अन्त में राजा को ताज का अपमान करने के लिये जिम्मेदार ठहराया गया जैसे कि राजा के सिवा कोई इतना लम्बा नहीं था कि फाँसी के फंदे तक पहुँच पाता ।
Q.5 . How was the new ruler of the state selected ?
राज्य का नया शासक कैसे चुना गया ?
Ans . When the king died some practical minded ministers sent to some messengers to declare that the next man to pass the City Gate would choose the ruler of their state . An idot happened to pass the gate . When he was asked to decide the ruler he uttered ' A melon " . Actually he did not know what was going on there . A melon ' was his pet word but the ministers declared a melon their new ruler .
Q.6 . Why did the subjects accept the melon - king without any protest ?
प्रजा ने बिना किसी विरोध के ( खरबूजे राजा को ) कैसे स्वीकार किया ?
Ans . The subjects preferred their peaceful living and freedom to the quality of the king . It did not matter to them how capable and intelligent the king was . They liked the king who did not obstruct their business and personal life even if it was a melon .
प्रजा राजा की योग्यता के मुकाबले शान्तिपूर्ण जीवन और स्वतंत्रता को पसंद करते थे।इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका राजा कितना क्षमतावान और बुद्धिमान है।राजा उनके व्यापार और व्यक्तिगत जीवन में टांग न अड़ाए चाहे वो खरबूजा ही क्यों न हो । जीवन और स्वतन्त्रता को प्राथमिकता देती थी । इससे उन्हें काबिल और समझदार है । वे उस राजा को पसंद करते थे जो उनके ब्यक्तिगत जीवन में टांग न अड़ाए चाहे वह खरबूजा ही क्यों न हो।
Long Answer Type Questions
Q.1 . Narrate The Tale of Melon City in your own words .
टेल ऑफ मेलन सिटी ' का अपने शब्दों में वर्णन करो ।
Ans . Vikram Seth's poem . The Tale of Melon City is a very old fable . It runs like a folk tale . The city is called Melon City because its rular is a melon ,. There is a peculiar tale about it , Once a gentle and easy going king ruled over a state . The king got an arch built across the through fare . While passing under the low arch the king hit by his head . His crown fell down , The king felt his humiliation . He ordered that chief culprit should be hanged . All of the responsible people kept the blame shifting on one another . In the end the arch has been held responsible by an old man . A councillor objected to it as it had touched the king's head . The people became restless . They wanted anyone else to be hanged . Only , the nurse was set up , but somewhat high . Only the king's head could fit the nurse . So he was hanged . It was then announced , according to tradition , that the next man who passed the city Gate would choose the king . An idot happened to pass the City Gate . He suggested ' A Melon ' . The ministers crowned a melon and placed at the throne . He was called melon king .
विक्रम सेट की कविता ' द टेल ऑफ अ मेलन सिटी ' एक पुरानी कहानी है । यह एक लोक कथा की तरह चलती है । नगर को खरबूजा नगर कहा गया है क्योंकि इसका शासक एक खरबूजा है । इसके बारे में एक विशेष कथा है । एक बार एक सज्जन और आराम पसंद राजा एक राज्य पर राज करता था । राजा ने नगर पथ पर एक मेहराब बनवाई नीची मेहराब के नीचे से गुरजते हुए राजा का सिर उससे टकरा गया । उसका मुकुट नीचे गिर गया । राजा को अपना अपमान महसूस हुआ । उसने आदेश दिया कि मुख्य गुनाहगार को फाँसी दी जाये सब जिम्मेदार लोग अपने गुनाह का ठीकरा एक - दूसरे पर फोड़ते चले गये । अंत में एक बूढ़े व्यक्ति के द्वारा मेहराब को दोषी ठहराया गया । एक परामर्शदाता ने इस पर आपत्ति की क्योंकि इसने ( मेहराब ने ) राजा के सिर को छुआ था । लोग बेचैन हो गये । वे किसी को भी फाँसी चाहते थे । फाँसी के फंदे को तैयार किया गया , किन्तु कुछ ऊँचा । केवल राजा का सिर ही फंदे में फिट आया । इसलिये उसे फाँसी लगा दी गयी । अब परम्परा के अनुसार घोषणा की गई कि जो भी अगला व्यक्ति ' नगर द्वार ' से गुजरेगा वह राजा का चुनाव करेगा । एक मूर्ख का उस द्वार से गुजरना हुआ । उसने सुझाव दिया ' खरबूजा ' । उस मन्त्रियों ने खरबूजे को ताज ( मुकुट ) पहनाया और सिंहासन पर रख दिया । वह खरबूजा राजा कहलाया ।
Q.2 . What impression would you form of a state where the king was ' just and placid ' ?
आपके दृष्टिकोण से उस राज्य का क्या स्वरूप होगा ? जहाँ राजा ' न्यायप्रिय और नीरस था ?
Ans . The subjects of a state where the king was just and placid enjoy freedom of all kinds . The king is said to be cool - minded but actually he is short - tempered and fickle minded . He changes his orders many times . He has not firm determination . He wants the culprit to be hanged . But takes a strange decision to please his subjects . The courtiers seen to be selfish .The common people are uneducated and ignorant fools . They are fun loving . They seem to be stubborn . They want anyone else to be hanged let though be their king . It does not make any difference that who is there king -a man ora melon . They are happy with their personal freedom .
उस राज्य की प्रजा जहां का राज न्यायप्रिय और नीरस था , हर प्रकार की स्वतन्त्रता का आनंद लेती है । जिस राजा को शान्त कहा जाता है वास्तव में वह संयमहीन है , और चंचल है । वह अपना आदेश कई बार बदलता है । उसमें दृढ़ निश्चय नहीं है । वह गुनाहगार को फाँसी चाहता है । लेकिन अपनी प्रजा को खुश करने के चक्कर में अजीब निर्णय ले लेता है । दरबारी स्वार्थी प्रतीत होते हैं । आम लोग अनपढ़ और अज्ञानी मुर्ख हैं । वे पसंद हैं । वे जिद्दी प्रतीत होते हैं । वे किसी की भी फाँसी चाहते हैं , चाहे उनका राजा ही क्यों न हो । इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका राजा कौन है आदमी या खरबूजा । वे अपनी व्यक्तिगत स्वतन्त्रता से खुश हैं।
Q.3 . How , according to you , can peace and liberty be maintained in a state ?
आपके अनुसार एक राज्य में शांति और स्वतंत्रता कैसे बनी रह सकती है ?
Ans . There may be various ways to maintain peace and liberty in a state . I think peace and liberty can be maintained by an ideal governance . There should be happy balance between state interference and citizens ' rights . There should be no discrimination based on caste , creed , sect , religion and region etc. Citizens should also abide by the rules and regulations applied by the judiciary . In this way peace and liberty can be maintained .
राज्य में शान्ति और स्वतंत्रता बनाये रखने के भिन्न - भिन्न तरीके हो सकते हैं । मेरे विचार से आदर्श के द्वारा राज्य में शांति और स्वतंत्रता बनी रह सकती है । राज्य हस्तक्षेप और नागरिकों के अधिकारों के बीच एक संतोषमय संतुलन होना चाहिये । जाति , सम्प्रदाय , पंथ , धर्म और क्षेत्र आदि के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिये । नागरिकों को भी न्यायपालिका द्वारा लागू किये गये नियम व अधिनियमों का पालन करना चाहये । इस प्रकार शांति और स्वतंत्रता बनी रह सकती है ।
Q.4 . Suggest a few instances in the poem which highlight humour and irony .
कविता में दिये गये उदाहरणों को बताओ जो हास्य और विडंबना को उजागर करते हैं ।
Ans . The poem ' The Tale of Melon City ' is full of humorous and ironical instances . The king's riding under low arch and losing his crown creates humour . The decision of the king to hang the chief of the builders for constructing a low arch is humorous . Shifting the blame on others is a remarkable instance of humour . It is the pinnacle of humour when the king is held responsible for his disgrace . The chief instance of irony is that the king is hanged to death on the basis of a royal decree signed by himself . When the king is dead the people cry ' ' Live Long the King ' ! '
द टेल ऑफ मेलन सिटी ' कविता हास्यपूर्ण एवं विडम्बना के उदाहरणों से भरी हुई है । राजा की नीची मेहराब के नीचे घुड़सवारी मुकुट गंवाना हास्य उत्पन्न करता है । नीची मेहराब बनाने के लिये मुख्य बिल्डर को फाँसो पर चढ़ाने का निर्णय हास्यपूर्ण है । दोष का एक - दूसरे पर मढ़ना हास्य का टिप्पणी योग्य उदाहरण है । यहाँ तो हास्य चरम पर होता है । जब राजा को स्वयं के ही अपमान का जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है । विडंबना का मुख्य उदाहरण यह है कि राजा को स्वयं द्वारा हस्ताक्षर किये गए शाही हुक्मनामे के आधार पर मौत की सजा दी जाती है । जब राजा मर जाता है तो लोग चिल्लाते हैं ' राजा की आयु लम्बी हो ! '
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