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The Address-Solutions,( Short and long answer type questions)Class-11th,English

 Short Answer Type Questions 

Que.1. How did Mrs. Dorling react when the narrator girl reached her door ? 

श्रीमती डोरलिंग ने कैसी प्रतिक्रिया दी जब वर्णनकर्त्ता लड़की उसके दरवाजे पर पहुँची थी ? 

Ans . Mrs. Dorling pretended that she didn't recognise her . She didn't even open the door properly . She was staring her . She didn't let her enter the house .

 श्रीमती डोरलिंग ने बहाना किया था कि वह उसे पहचानती नहीं थी । उसने ठीक से दरवाजा भी नहीं खोला था । वह उसे घूर रही थी । उसने उसको घर में घुसने नहीं दिया । 

Q.2 . How did the narrator come to know that she was at the right address . ? 

वर्णनकर्त्ता को कैसे पता लगा कि वह सही पते पर थी ? 

Ans . The narrator girl saw that Mrs. Dorling was wearing her mother's green knitted cardigan . वर्णनकर्त्ता लड़की ने देखा कि श्रीमती डोरलिंग उसकी माँ का हरे रंग का बुना हुआ कार्डिगन पहने हुए थी । 

Q.3 . Why did Mrs. Dorling refuse to meet the narrator ?

 श्रीमती डोरलिंग ने वर्णनकर्त्ता से मिलने से क्यों इन्कार कर दिया ? 

Ans . Mrs. Dorling refused to meet the narrator because she did not want to return her objects . 

श्रीमती डोरलिंग ने वर्णनकर्त्ता से मिलने से इन्कार कर दिया था क्योंकि वह उनके सामान को लौटाना नहीं चाहती थी । 

Q.4 . What reason did Mrs. Dorling give for taking away the precious objects from the narrator's    house ?

 श्रीमती डोरलिंग ने वर्णनकर्त्ता के घर से कीमती सामान ले जाने के लिए क्या कारण बताया था ? 

Ans . Mrs. Dorling told the narrator's mother that they will lose their objects if they had to leave the place suddenly . So she was bringing their objects to keep safe with her . 

श्रीमती डोरलिंग ने वर्णनकर्त्ता की माँ को बताया था कि यदि उन्हें अचानक वह जगह छोड़नी पड़ेगी तो वे अपना सामान खो देंगे । अतः वह उनका सामान अपने पास सुरक्षित रखने के लिए ले जा रही थी ।

Q.5 . Why did the narrator go at Mrs. Dorling's address ? 

वर्णनकर्त्ता श्रीमती डोरलिंग के पते पर क्यों गई थी ? 

Ans . The narrator went at Mrs. Dorling's address to claim her belongings which she brought from her house . 

वर्णनकर्त्ता श्रीमती डोरलिंग के पते पर अपने सामान को लेने गई थी जो वह उसके घर से ले आयी थी । 

Q.6 . Why did the narrator girl come back to the station without claiming her belongings

वर्णनकर्त्ता लड़की बिना अपना सामान वापस लिए स्टेशन क्यों वापस आ गयी थी ?  ? 

Ans . The narrator girl came back to the station because Mrs. Dorling said that she could not do anything for her and that time wasn't convenient for her to talk to the narrator . 

वर्णनकर्त्ता लड़की स्टेशन वापस आ गयी क्योंकि श्रीमती डोरलिंग ने कहा था कि वह उसके लिए कुछ नहीं कर सकती और उस समय वर्णनकर्त्ता से बात करना उसके लिए सुविधाजनक नहीं था ।

 Q.7 . Why did the narrator's mother let Mrs . Dorling take her belongings ?

 वर्णनकर्त्ता की माँ ने श्रीमती डोरलिंग को उनका सामान क्यों लेने दिया था ? 

Ans . The narrator's mother was a gentle and liberal lady . She trusted Mrs. Dorling's words that she will keep her belongings safe with her . 

वर्णनकर्त्ता की माँ एक भ्रद व उदार महिला थी । उन्हें श्रीमती डोरलिंग की बात पर भरोसा था कि वह उनके समान को अपने पास सुरक्षित रखेगी ।

 Q.8 . How and when got the narrator curious for her mother's belongings ? 

वर्णनकर्त्ता कब और कैसे अपनी माँ के समान के लिए उत्सुक हुई ? 

Ans . After the war when everything becane normal again , she got curious for her .mother's belongings . She wanted to see touch theim and remember her mother .

 युद्ध के उपरांत जब सब कुछ पुनः सामान्य हो गया , वह अपनी माँ की वस्तुओं के लिए उत्सुक हुई । वह उन्हें देखना , छूना और अपनी माँ को याद करना चाहती थी ।

 Q.9 . Who met the narrator when she visited the address second time ? 

वर्णनकर्त्ता जब दूसरी बार उस पते पर गई तो उसे कौन मिला ? 

Ans . When the narrator visited the address second time she met with Mrs. Dorling's daughter who asked her to sit there and wait for her mother . 

जब वर्णनकर्ता दूसरी बार उस पते पर गई तो वह श्रीमती डोरलिंग की बेटी से मिली जिसने उसे बैठने और उसकी माँ की प्रतीक्षा करने को कहा । 

Q.10 . How did the narrator succeed to see her belongings ? 

वर्णनकर्त्ता अपने सामान को देखने में कैसे सफल हुई ? 

Ans . At her second visit , the narrator met Mrs .. Dorling's daughter who showed her all the belongings . Her daughter wanted to tell the narrator that they had antique things at their home .

 दूसरी बार जाने पर उसकी मुलाकात श्रीमती डोरलिंग की पुत्री से हुई थी जिसने उसे सारी वस्तुओं को दिखाया । उसकी पुत्री वर्णनकर्त्ता को बताना चाहती थी कि उनके घर में दुर्लभ वस्तुएँ थी । 

Q.11 . Why did the narrator decided to forget the address ? 

वर्णनकर्ता ने पते को भूल जाने का निश्चय क्यों किया ? 

Ans . Seeing her mother's belonging at a strange atmosphere , she wasn't comfortable and she had no more desire to take them . So she decided to forget the address . 

अपनी माँ की वस्तुओं को एक अजीब वातावरण में देखकर वह परेशान हो गई थी और अब उन्हें ले जाने की उसकी इच्छा नहीं रह गई थी । अतः उसने उस पते को भूल जाने का निश्चय किया ।

Long Answer Type Questions

 Q.1 . ' Have you come back ? ' said the woman . ' I thought that no one had come back . ' Does this statement give some clue about the story ? If yes , what is it ? · 

क्या तुम वापस आ गयी ? औरत ने कहा , ' मुझे लगता था कि कोई वापस नहीं आता । ' क्या यह कथन कहानी के बारे में कोई संकेत देता है ? यदि हाँ तो यह क्या है ? 

Ans . This statement of that woman gives clue that she was very cunning and greedy . She meant to say that she didn't expect the narrator's coming back to ask for her things . With her mean mentality the woman had collected all the precious and useful things from the girl's house during the war . The girl ( the narrator ) wasn't home at that time . She took the advantage of her mother's gentle nature . The woman expected the death of her mother . Her mother died but the girl came back . It was unexpected for the woman so she refused to meet her . She didn't want to return her things .

उस औरत का यह कथन संकेत देता है कि वह बहुत धूर्त और लालची थी । उसका कहने का अर्थ था कि वह वर्णनकर्ता के वापस आकर अपना सामान मांगने की उम्मीद नहीं करती थी । अपनी निम्न मानसिकता के चलते औरत ने उस लड़की के घर से युद्ध के दौरान उपयोगी व कीमती सामान एकत्र कर लिया था । उस समय वह लड़की ( वर्णनकर्ता ) घर पर नहीं थी । उसने उसकी माँ के सीधे स्वभाव का लाभ उठाया था । औरत उसकी माँ की मृत्यु की उम्मीद करती थी । उसकी माँ मर गयी थी किन्तु लड़की वापस आ गयी । यह औरत के लिए अनपेक्षित था अतः उसने उससे मिलने से इन्कार कर दिया । वह उसका सामान वापस नहीं करना चाहती थी ।

 Q.2 . The story is divided into pre - War and post - War times . What hardships do you think the girl underwent during these times ? 

कहानी युद्ध पूर्व और युद्धोत्तर के कालों में विभाजित है । आपके अनुसार लड़की ने इन कालों में किन कठिनाइयों का सामना किया    था ?

 Ans . During the pre - war times the girl lived in some another city away from her mother , She could visit her mother only for a few days . She was away and Mrs. Dorling was taking everything from her house . After the war , she was missing her mother who had died . And one day she was curious to see all the things that Mrs. Dorling had taken . But when she reached the given address , Mrs. Dorling refused to recognise her as she didn't want to return her things . She covered a long distance to reach there but Mrs. Dorling didn't even open her door for the girl . 

युद्ध - पूर्व काल में लड़की अपनी माँ से दूर किसी अन्य शहर में रहती थी । वह मात्र कुछ दिनों के लिए अपनी माँ से मिलने आ पाती थी । वह दूर थी और श्रीमती डोरलिंग उसके घर से सब कुछ ले जा रही थी । युद्ध के पश्चात् वह अपनी माँ को याद कर रही थी जो मर चुकी थी । और एक दिन वह उन वस्तुओं को जिन्हें श्रीमती डोरलिंग ले गयी थी , देखने के लिए उत्सुक थी । किन्तु जब वह दिए गए पते पर पहुँची , श्रीमती डोरलिंग ने उसे पहुँचानने से इन्कार कर दिया क्योंकि वह उसका सामान लौटाना नहीं चाहती थी । उसने वहाँ पहुँचने के लिए लम्बी दूरी तय की थी किन्तु श्रीमती डोरलिंग ने लड़की के लिए अपने दरवाजे तक नहीं खोले 

Q.3 . Why did the narrator of the story want ot forget the address ?

 कहानी की वर्णनकर्त्ता पता क्यों भूल जाना चाहती थी ? 

Ans . The narrator of the story wanted to forget the address of Mrs. Dorling because the address had become meaningless and purposeless for her . The address of Mrs. Dorling was 46 , Marconi Street . This address was told by the narrator's mother . The narrator had confirmed that she was at the correct address . She missed her dead mother and in her . memory she wanted to see the objects associated with her . At the second effort she succeeded to see all those objects at that address . But the objects that were linked to her memory with the familiar life of past had lost their value because she saw them now in a strange surroundings . She was no more interested in those objects so she decided to forget the address . 

कहानी की वर्णनकर्त्ता श्रीमती डोरलिंग के पते को भूल जाना चाहती थी क्योंकि पता उसके लिए उद्देश्यहीन व निरर्थक हो चुका था । श्रीमती डोरलिंग का पता था -46 , मारकोनी स्ट्रीट , यह पता वर्णनकर्ता की माँ द्वारा बताया गया था । वर्णनकर्ता ने निश्चित किया था कि पता सही था । वह अपनी मृत माँ को याद करती थी और उनकी स्मृति में उनसे जुड़ी वस्तुओं को देखना चाहती थी । दूसरे प्रयास में वह उस पते पर उन सारी वस्तुओं को देख पाने में सफल हो गयी थी । किन्तु वे वस्तुएँ जो अतीत के जीवन की उसकी स्मृति से जुड़ी थीं अपना महत्व खो चुकी थी। उसने उन्हें अब एक अजीब बातावरण में देखा था। उसकी अब उन वस्तुओं में रुचि नहीं रह गयी थी । इसलिए उसने उस पते को भूल जाने का निश्चय किया ।

Q.4 . ‘ The Address ' is a story of human predicament that follows war . Comment . 

' द एड्रैस ' युद्ध से उत्पन्न मानवीय कठिन परिस्थितियों की कहानी है । बताइये । 

Ans . The war always has been a tragedy for humanity . It destroys the lives of not only soldiers in battle field but also affects every human very badly being on both sides . The story ‘ Address ’ too reveals the tragedy of war that affects the life of the girl . She had lost her dear mother during the war . Mrs. Dorling who was a greedy woman had taken the advantage of war . Mrs. Dorling had collected all the precious and useful objects from her house . The war not only brings physical casualities to humanity but also it makes the people suffer emotionally as it happens to the girl in this story .

युद्ध सदैव मानवता के लिए त्रासदी ही रहा है । यह न केवल युद्ध के मैदान में सैनिकों के जीवन को नष्ट करता है बल्कि दोनों पक्षों के प्रत्येक प्राणी को बुरी तरह प्रभावित करता है । ' एड्रैस ' कहानी भी युद्ध की त्रासदी को व्यक्त करती है जो उस लड़की के जीवन को प्रभावित करती है । उसने अपनी प्रिय माँ को युद्ध के दौरान खो दिया था । श्रीमती डोरलिंग जो एक लालची महिला थी उसने युद्ध का लाभ उठाया था । श्रीमती डोरलिंग ने सभी कीमती और उपयोगी वस्तुओं का अपने मकान में इकट्ठा कर लिया था । युद्ध न केवल शारीरिक त्रासदी लाता है बल्कि यह लोगों को भावनात्मक रूप से कष्ट पहुँचाता है जैसा इस कहानी की लड़की के साथ होता है।

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