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The Rattrap written by- Selma Lagerlof,Short and Long Answer Type Questions

 Short Answer Type Questions

Q.1 . How did the peddler make the rattraps ? 

( फेरीवाला चूहेदानों को कैसे बनाता था ? ) 

Ans . The peddler made the rattraps of wire from the  material he got by begging in the stores or at the big farms . He made them himself at odd moments . 

( तार के चूहेदान बनाने की सामग्री को फेरीवाला स्टोरों या बड़े कृषि फर्मों से भीख माँगकर या बड़े कृषि फार्मों से लेता था । बाद में वह अतिरिक्त समय में इनको बनाता था । ) 

Q.2 . How does the crofter receive the peddler in his house ?

( किसान अपने घर में फेरीवाले का किस प्रकार स्वागत करता है ? )

 Ans . As the peddler comes to his cottage , the crofter puts the porridge pot on the fire and gives him supper . He gives him tobacco roll for his pipe . Finally , they play cards until bedtime . 

( जब फेरीवाला झोंपड़ी में आता है तो किसान तुरन्त ही दलिये के पात्र को चूल्हे पर चढ़ा देता है और उसको भोजन कराता है । चिलम पीने के लिए वह उसे तम्बाकू देता है । उसके बाद सोने का समय होने तक वे लोग ताश के पत्ते खेलते रहते हैं । )

Q.3 . Why was the crofter so talkative and friendly with the peddler ?

 ( फेरीवाले के साथ कामगार इतना बातून और दोस्ताना क्यों था ? ) 

Ans . The crofter was an old man without wife or child . He was happy to get the peddler to talk in his loneliness . So he was very talkative and friendly with the peddler .

 ( कामगार बिना पत्नी या बच्चे वाला एक वृद्ध था । वह एकान्त में बात करने के लिए फेरीवाले को पाकर खुश था । इसलिए वह बहुत बातूनी और दोस्ताना था । ) 

Q.4 . Why did he show the thirty kronor to the peddler ?

 ( उसने फेरीवाले को तीस क्रोनर क्यों दिखाए ? ) 

Ans . The crofter showed the thirty kronors to the peddler who must have seemed incredulous that the cow gave so much milk . 

( कामगार ने फेरीवाले को तीस क्रोनर दिखाए जो इस बात पर विश्वास न करता होगा कि गाय इतना सारा दूध देती है । )

 Q.5 . Did the peddler respect the confidence reposed in him by the crofter ? 

( क्या फेरीवाले ने उस विश्वास का सम्मान किया जो कामगार द्वारा उस पर व्यक्त किया गया था ? ) 

Ans . No , the peddler did not respect the confidence reposed in him by the crofter because the peddler stole those thirty kronors next day by smashing the window pane where the pouch with the thirty kronors was hanging . 

( नहीं , फेरीवाले ने उस विश्वास का सम्मान नहीं किया जो कामगार द्वारा उस पर व्यक्त  किया गया था क्योंकि फेरीवाले ने अगले दिन उस खिड़की के शीशे को चकनाचूर करके जिस पर पाठच में तीस क्रोनर लटके हुए थे को चुरा लिया था । )

Q.6 . Why does the peddler not walk on the public highway ?

 ( फेरीवाला सार्वजनिक राजमार्ग पर क्यों नहीं चलता   है ? ) 

Ans . The peddler does not walk on the public highway lest he should be caught with the money . He turns off the road and walks into the woods .

( फेरीवाला सार्वजनिक मार्ग पर नहीं चलता है , कहीं वह घन के साथ पकड़ न लिया जाए । वह सड़क से मुड़ जाता है और जंगल के रास्ते पर चल पड़ता है । ) 

Q.7 . What sounds are heard in the forge and around it ?

 ( लोहे की भट्टी पर और उसके चारों ओर कौन - सी आवाजें सुनायी देती हैं ? ) 

Ans . In the forge , the big bellows are groaned and the burning coal cracked . A great deal of clatter is heard when the charcoal is fed into the furnace . Outside roars the waterfall and wind whips the rain against the roof . 

( लोहे की भट्टी में धौकनियों की आवाजें और सुलगते हुए कोयले का चटकना सुनायी देता है । तेज खड़खड़ाहट की आवाज सुनायी देती है जब कोयले को भट्टी में डाला जाता है । बाहर के जल में झरने दहाड़ते हैं और हवा छत पर पड़ने वालो बारिश को चाबुक की तरह पीटती    है । )

Q.8 . Why did the ironmaster speak kindly to the peddler and invite him home ?

 ( लोहे के कारखाने के मालिक ने फेरीवाले से सज्जनतापूर्ण ढंग से क्यों बात की और अपने घर आमन्त्रित किया ? ) 

Ans . The ironmaster spoke kindly to the peddler and invited him home for Christmas because he mistook him to be his old comrade Captain von Stahle .

( लोहे के कारखाने के मालिक ने फेरीवाले से सज्जनतापूर्वक बात की और क्रिसमस पर अपने घर आमन्त्रित किया क्योकि गलती से उसने उसे अपना पुराना साथी कैप्टन वॉन स्टेल माना था । )

 Q.9 . What made the peddler think that he had indeed fallen into a rattrap ? 

( किस चीज ने फेरीवाले को यह सोचने पर मजबूर किया कि वह वास्तव में किसी चूहेदान में फँस गया है ? ) 

Ans . When the peddler was wandering in the forest . finding no way out , he recalled his thoughts about the world and the rattrap . Now his own turn had come . He had let himself befooled by thirty kronors and he had been caught . 

( जब फेरीवाले को जंगल में भटकते हुए बाहर जाने का कोई रास्ता न मिला तो उसने दुनिया और चूहेदानी के बारे में सोचा । अब उसकी बारी आ गई थी । उसने स्वयं को तीस क्रोनर के चक्कर में बेवकूफ बना लिया था और वह पकड़ा गया था । ) 

Q.10 . What made the peddler accept Edla Willmansson's invitation ?

 ( किस कारण से फेरीवाले ने एडला विलमैनसन का निमन्त्रण स्वीकार किया ? ) 

Ans . The peddler accepted Edla Willmansson's invitation because she assured him compassionately that he would be allowed to leave just as freely as he came . Her friendly manner made him feel confidence in her .

 ( फेरीवाले ने एडला विलमैनसन का निमन्त्रण स्वीकार किया क्योंकि उसने उस पर दया दिखाते हुए उसे विश्वास दिलाया था कि जैसे वह आया था वैसे ही उसे जाने दिया जाएगा । उसके मैत्रीपूर्ण ढंग ने फेरीवाले ने उसमें विश्वास महसूस किया । ) 

Q.11 . Why did Edla still entertain the peddler even after she knew the truth about him ?

 ( फेरीवाले के बारे में सच्चाई जानने के बाद भी एडला ने उसका आतिथ्य क्यों किया ? ) 

Ans . Edla entertained the peddler even after she knew the truth about him . She wanted that poor hungry wretch enjoy at least a day of peace with them on Christmas 

( फेरीवाले के बारे में सच्चाई जानने के बाद भी एडला ने उसका आथित्य किया । वह चाहती थीं कि बेचारा भूखा अभागा कम से कम एक दिन तो क्रिसमस पर उनके साथ शान्ति से खुशीपूर्वक विताए । ) 

Q.12 . Why was the young girl dejected after coming from the church ? .

 ( गिरजाघर से लौटने के बाद युवती उदास क्यों थी ? ) 

Ans . The young girl was dejected after coming from the church for two reasons :

 ( i ) She had learnt at the church that a peddler with rattraps had robbed an old crofter of the ironworks . 

( ii ) Her father had taunted that she had let ' a fine fellow ' into the house . 

( गिरजाघर से लौटने के बाद युवती दो कारणों से उदास थी-

 ( i ) गिरजाघर में उसे पता चला कि चूहेदान के एक फेरीवाले ने लौह फैक्ट्री के एक पुराने कामगार को लूट लिया है ।

 ( ii ) उसके पिता ने उपहास किया कि उसने ' एक अच्छे इनसान ' को अपने घर बुलाया । )

Long Answer Type Questions  

Q.1 . In what way the peddler gets the philosophical idea that the whole world is nothing but a big rattrap ?

 ( फेरीवाले को यह दार्शनिक विचार कहाँ से आया कि यह पूरा विश्व और कुछ नहीं बल्कि केवल एक Q1 बड़ा चूहेदान है ? ) 

Ans . The peddler gets the philosophical idea that the whole world is nothing but a big rattrap . He understands the philosophy that world has no purpose of its existence but to set baits for people . The world also offers things to lure human being as the rattrap offers cheese and pork to lure rats  . Thus the world attracts human beings to bind them in wordly activities . The peddler falls into a line of thoughts and reaches into an interested idea that the whole world around him is nothing but a big rattrap . His existence is only to set baits for people . The person touches the bait and is closed in the trap , and everything comes to an end . 

[फेरीवाले को यह दार्शनिक विचार आता है कि पूरा संसार ही एक बड़ा चूहेदान है और इसके अतिरिक्त कुछ और नहीं । वो समझ जाता है कि संसार का कोई उद्देश्य नहीं है , अपितु लोगों को ललचाना मात्र है । यह संसार व्यक्ति को चीजों का लालच देता है ठीक उसी प्रकार जैसे चूहेदान में रखा गया पनीर व गोश्त चूहों को ललचाता है । इसी प्रकार यह संसार व्यक्तियों को सांसारिक क्रियाकलापों में बाँधकर लालच देता है । फेरीवाला विचारों की श्रृंखला में खो जाता है और रोमांचकारी विचार के वशीभूत होकर महसूस करता है कि यह संसार और कुछ नहीं अपितु एक बड़ा - सा चूहेदान है । उसका स्वयं का अस्तित्व भी लोगों के लिए लालच की सामग्री बनाना है । व्यक्ति लालच में फँस जाता है और सबकुछ समाप्त हो जाता है । ] 

Q.2 . Why does the peddler not expect the kind hospitality that he receives from the crofter ? 

( फेरीवाला दयालुतापूर्ण आतिथ्य की आशा क्यों नहीं करता है जैसा आतिथ्य उसे किसान से मिलता है ? )

 Ans . The peddler does not expect any kind of hospitality that is given to him by the crofter . The hospitality shown by crofter was to set baits for poor people like him who wander around . The crofter is an old man without family members . So he was happy to get someone to talk to in his lonely life . He at once puts the porridge pot on the hearth and welcomes the guest with supper . Then they enjoy pipe and discuss many things . Thus the old man is just and generous . But the peddler had not expected such kind of hospitality as he has received from the crofter as the peddler had always met sour faces when he knocked at their door .

 [ फेरीवाले ने कभी भी इतने अच्छे आतिथ्य की उम्मीद नहीं की थी जैसा सत्कार उसे किसान द्वारा दिया गया । किसान द्वारा दिया गया सत्कार वास्तव में उसके जैसे घुमन्तु लोगों को दिया जाने वाला लालच था । किसान एक वृद्ध व्यक्ति है जिसके पास कोई पारिवारिक सदस्य नहीं है । उसको इस बात की प्रसन्नता हुई कि कोई उससे बातचीत कर सकेगा और उसके सूनेपन को कम कर सकेगा । वह तुरन्त ही दलिये के बर्तन को चूल्हे पर रख देता है और अतिथि का स्वागत भोजन कराकर करता है । उसके बाद वे दोनों चिलम पीते हैं और अनेक विषयों पर बात करते हैं । इस प्रकार वृद्ध व्यक्ति उदार स्वभाव का है । लेकिन फेरीवाले ने कभी भी इस प्रकार का आतिथ्य नहीं देखा था जिस प्रकार का किसान द्वारा दिया गया । फेरीवाले को तो बदमिजाज चेहरे ही दिखायी देते थे जब भी वो इन लोगों का दरवाजा खटखटाता था । ] 

Q.3 . What is the reason that the ironmaster treats the peddler in a kind manner and also invites to his home ?

 ( लोहे के कारखाने का स्वामी फेरीवाले के साथ अच्छा व्यवहार क्यों करता है और अपने घर भी आमन्त्रित क्यों करता है ? ) 

Ans . The ironmaster treats the peddler in a kind manner . The peddler is astonished by this wonderful treatment of the ironmaster . The kindness shown by the ironmaster was not his natural behaviour , but it was due to the misunderstanding as he thought the trader with rattrap as his old regimental comrade . So , the ironmaster and his daughter welcome the peddler . Even when the reality is disclosed , she does not misbehave with him , as Edla says that they ought not to chase away a human being whom they have asked to come to their house , and to whom they have promised Christmas cheer . 

[ लोहे के कारखाने का स्वामी फेरीवाले के साथ अच्छा व्यवहार करता है । इस प्रकार के अनोखे व्यवहार से फेरीवाले को काफी आश्चर्य होता है । लोहे के कारखाने के स्वामी का यह नैसर्गिक बरताव कदापि नहीं था अपितु यह सब गलतफहमी के कारण हुआ था क्योंकि वह समझता है कि यह व्यक्ति सेना का उसका पुराना साथी है । कारखाने का स्वामी और उसकी पुत्री उसका स्वागत करते हैं । जब वास्तविकता का पता चलता है तो भी वे उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं कर पाते हैं क्योंकि एडला कहती है कि हमें ऐसे व्यक्ति को घर से बाहर नहीं निकाल देना चाहिए जिसको हमने स्वयं ही क्रिसमस त्योहार पर उत्सव मनाने के लिए घर में आमन्त्रित किया हो । ]


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